टेलीविजन का परिचय:
अभी इस दौर में टेलीविजन को कौन नहीं जानता है।यह जन संचालन के विभिन्न साधनों में टेलीविजन सबसे अधिक लोकप्रिय साधन है। टेलीविजन मनोरंजन के साथ-साथ ज्ञान प्रसार एवं प्रचार का महत्वपूर्ण साधन है। टेलीविजन के आविष्कार ने लोगों की जिंदगी ही बदल दी है। इससे हमें काफी लाभ पहुंचता है और हम अपने घर में बैठकर पूरे संसार का नजारा करते हैं। वही टेलीविजन है।
टेलीविजन कैसा होता है?
टेलीविजन 4 खुटे डब्बे के समान है। यह विद्युत से चलने वाला यंत्र है। यह बड़ा छोटा पतला मोटा हर प्रकार का होता है। यह रंगीन और सादा भी होता है। अब टेलीविजन रखना बहुत आसान हो गया है, अब इससे हर घर में लगाया जाता है। यह हर घर में मौजूद है। टेलीविजन का विकास एवं प्रसार तेरी गति से हो रहा है। टेलीविजन के कार्यक्रम बहुउद्देशीय और बहू आयाम है। कार्यक्रम जीवन के प्रत्येक क्षेत्र और पक्ष को ध्यान में रखकर बनाए जाते हैं और इस पर दिखाए जाते हैं।
टेलीविजन का आविष्कार:
टेलीविजन का आविष्कार एक बहुत ही उपयोगी अविष्कार है। इससे जीवन पर काफी प्रभाव पड़ा। टेलीविजन से लोगों को आज काफी लाभ पहुंच रहा है। इसका सर्वप्रथम अविष्कार लगभग 1925 ईस्वी में है। और इसका आविष्कार जॉन लॉगी बेयर्ड ने किया था।
टेलीविजन में क्या-क्या होता है?
टेलीविजन हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण यंत्र है, इसके अभाव में हमारा जीवन अस्त-व्यस्त हो जाएगा। यह हमें लोगों से जोड़ने का काम करता है। रोजमर्रा खबरें देता है। और यहां पर हमें अलग-अलग चीज देखने को मिलता है।शिक्षा मनोरंजन भाषण न्यूज़ टेक्नोलॉजी का ज्ञान देश विदेश की खबरें खेलकूद गतिविधि कार्टून। यहां हर क्षेत्र का नालेज दिया जाता है। यहां से बहुत कुछ सीखा जा सकता है। और सिखाया भी जा सकता है।इस पर लोग अपने कला को दुनिया के सामने रख सकते हैं। और हम घर बैठे हर खबर को देख पाते हैं और चित्रों सहित देख सकते हैं। और इस पर बहुत कुछ किया जा सकता है।
टेलीविजन से होने वाला हानि :
टेलीविजन हमारे लिए जहां पर लाभ पहुंचाता है वहीं पर हानि भी पहुंचाता है। जो हमारे लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकता है। यह तो हमारे सबसे कीमती चीज को खत्म करता है वह है हमारा समयऔर हम जानते हैं कि एक बार जो समय चला जाता है वह कभी लौटकर नहीं आता इसके बावजूद भी यह हमारे जिंदगी को सुस्त बना देता है। टीवी देखने से हमारा मस्तिष्क पर बहुत प्रभाव पड़ता है। मानसिक संतुलन बिगड़ने लगता है हमारे आंखों पर असर पड़ता है जिससे आंख खराब होने का भय बना रहता है। औरतें काम छोड़कर टीवी देखने लग जाती है जिससे उसका पूरा दिन यूं ही निकल जाता है। बच्चे पढ़ाई छोड़कर टेलीविजन देखने लगते हैं जिससे उसको पढ़ाई में रुचि हटने लगता है जो विनाश का कारण है। इसीलिए हमें ज्यादा टीवी नहीं देखना चाहिए ।एक समय बना ले कि मुझे एक घंटा टीवी देखना है उसके बाद बंद कर दे हर दिन समय से ही देखें और अपने बच्चों का भी समय से ही टीवी देखने दे ।