पाठ का नाम- ईदगाह
लेखक का नाम-मुंशी प्रेमचंद्र
कहानी
पाठ का सारांश हिंदी में।
रमजान के 30 दिनों के बाद ईद आई है। गांव में खुशी का माहौल है। बच्चे बहुत ज्यादा खुश हैं। सभी ईदगाह जाने की तैयारी कर रहे हैं सभी के जीवन में बहुत पैसे हैं। लेकिन हमें जो एक गरीब लड़का है। उसके माता-पिता मर चुके हैं। एक बुढ़िया दादी अमीना उसे पाल रही है। हामिद के पास दादी ने मात्र 3 पैसे दिए हैं।
ईदगाह पहुंचकर सभी लोगों ने नमाज अदा किए और नमाज अदा करने के बाद एक दूसरे को मुबारकबाद देने लगे एक दूसरे को गले मिलने लगे। इसके बाद बच्चों ने मिठाई की दुकान पर आकर रंग-बिरंगे मिठाइयां खाने लगे लेकिन हामिद ललचाता रहा । क्या करें क्या खरीदें उसे समझ में नहीं आ रहा था। बच्चे आगे बढ़े और रंग बिरंगे खिलौने खरीदे। हामिद सब को छोड़कर आगे बढ़ता गया और एक लोहे की दुकान पर चला गया जहां उसकी जरूरत का कोई भी सामान ना था।लेकिन हामिद जी तीन पैसे में एक चिमटा खरीद लेता है।
हामिद ने सोचा यह चिमटा दादी के काम आएगा रोटियां सेकते समय दादी कीी उंगलियां नहीं जलेगी। हामिद चिमटा लेकर बच्चों के बीच आता है। सारेे बच्चे मजाक उड़ाता है किचन का क्या हुआ उससे तो तुम्हारी कोई काम नहीं होगा। हामिद क्या होता है कि वह तो हमारीीीीीयह चिमटा को अगर कंधे पर रख लिया तो यह हमारी बंदूक हो गई यह मंजीरे तथा फकीरों की चिमटा है। अगर एक चिमटा तुम्हारे खिलौने को मार दे तो इसका जान निकल जाए। मेरे चिमटे का कोई बाल बांका नहीं कर सकता फिर बच्चे चिमटे के कायल हो गए सबों ने हामिद के चिमटे हाथ में छुए। हामिद ने भी समूह के खिलौने को बारी-बारी से छुआ। इस तरह से वह सभी बच्चों के खिलौने से खेल लिया
बच्चे गांव आकर अपने अपने खिलौने से खेलने लगे सभी के खिलौने कुछ ही देर में टूट फूट गए।
हामिद को देखकर दादी अमीना गोद में उठा कर गले लगा लेती है। सहसा हामिद के हाथ में चिमटा गिर जाता है। वह चौक जाती है चिमटा कहां से आया। दादी गुस्से में आ जाती हैं ।हामिद अब ने कहा दादी तुम्हारा हाथ अब नहीं जलेगा। दादी का क्रोध सनेह में बदल जाता है।। वह सोचने लगती है।हां मिल में कितना त्याग सद्भाव और विवेक है जो बच्चे को मिठाई खाते खिलौने से खेलते देख ललचाया होगा लेकिन सभी इच्छाओं को दबाकर वह अपनी दादी का ख्याल रखा।
आमिना के आंखों स्नेह के आंसू बहने लगे। वह दामन फैलाकर हामिद को दुआ दे रही थी।
1 प्रश्न, ईद के दिन अमीना क्यों उदास थी?
उत्तर ईद के दिन भी अमीना इसीलिए उदास थी क्योंकि उसके घर में एक भी दाना खाने को नहीं था। फिर हामिद अकेले कैसे हामिद तीन कोश तक पैदल चलकर ईदगाह तक जाएगा। यह सभी बातें सोच कर आमीना उदास थी।
2 प्रश्न, हामिद मिठाईया खिलौने के बदले चिमटा पसंद करता है क्यों?
उत्तर मेरा बच्चा बचपन से अभावग्रस्त हो तो ओह वयस्क की तरह सोचने लगता है। हमीद ने सोचा मिठाई से केवल थोड़ी देर के लिए मजा आता है। जो पल भर के लिए होता है। खिलौने भी मिट्टी के बने हैं जिस पर पानी पढ़ते ही रंग धुल जाएंगे यदि हाथ से तो छूट गया तो टूट फूट जाएगा ऐसे खिलौने लेकर वह क्या करेगा व्यर्थ में पैसा खराब हो जाएगा। यदि चिंता व लेगा तो यह ना टूटेगा और ना छूटेगा और ना ही खराब होगा और दादी को रोटियां सेकते समय कोई कठिनाई ना होगी और हाथ ना जलेगी यही सोचकर हामिद मिठाई खिलौने के बदले चिंता पसंद करता है।
3 प्रश्न मेले में जाने से पहले हामिद दादी से क्या कहता है?
उत्तर मेले जाने से पहले हमें दादी से कहता है कि तुम डरना नहीं अम्मा में सबसे पहले जाऊंगा और सबसे पहले आऊंगा तुम बिल्कुल ना डरना।
4 प्रश्न मेले में चिमटा खरीदने से पहले हामिद के मन में कौन-कौन से विचार आए?
उत्तर मेले में चिंता खरीदने से पहले हामिद के मन में अनेक प्रकार के विचार आएं। खिलौने सभी अच्छे हैं कि से ले हर एक का दाम दो पैसे हैं, सभी खिलौने भी नहीं होंगे। फिर मिट्टी के बने या खिलौने यदि हाथ से टूट गए तो चूर चूर हो जाएगा पानी पड़ा तो सारा रंग धूल जाएगा ऐसे चिमटे लेकर वह क्या करेगा जब वह लोहे की दुकान पर जाता है तो चिमटा देखते ही वह विचार ने लगता है दादी के पास चिमटा नहीं है तबे से रोटियां उतारते समय उसकी उंगलियां जल जाती है अगर चिमटा लेकर दादी के पास जाएगा तो दादी बहुत खुश होगी उनकी उंगलियां अब कभी नहीं जलेगी खिलौने लेने से पैसे व्यर्थ हो जाएगा।
5 प्रश्न ने चिमटा को किन किन रूपों में प्रयोग करने के बात कहीं है ?
उत्तर हामिद चिमटे को बंदूक फकीरों के चिमटे मंजीरे तथा खिलौने को जान निकालने वाले हथियार के रूप में प्रयोग करने के बात कहि है।
6 प्रश्न ईदगाह कहानी आपको कैसी लगती है इसके मुख्य विशेषता बताएं?
उत्तर ईदगाह कहानी हमें अत्यंत रोचक लगी।
इसकी विशेषता निम्नलिखित है
i) कहानी बाल मनोविज्ञान पर आधारित है।
ii) अभावग्रस्त बच्चे वयस्क के तरह सोचता है।
iii) चुनौतियां बच्चों को परिपक्व बनाती है।
iv) कहानी में जटिल शब्दों का प्रयोग नहीं किया गया है।
v) कहानी मुहावरों के द्वारा रोचक बनाया गया है।
7 प्रश्न चिमटा देखकर अमीना के मन में कैसा भाव जगा?
उत्तर चिमटा देखकर अमीना के मन में दो प्रकार के भाव जगे।
i) लड़का कितना बे समझ है ना कुछ खाया ना पिया और ना कुछ खेलने का खिलौना लाया। यह चिमटा क्यों ले आया।
ii)लेकिन जब हामिद ने कहा तुम्हारी उंगलियां तबे से रोटिए उतरते समय जल जाती थी इसीलिए मैंने इसे लिया है तो दादी के भाव बदल गए।दूसरे भाव में दादी सोची हामिद मैं कितना त्याग सद्भावहैं बच्चों को मिठाई खाते देख अवश्य ललचाया होगा लेकिन बुढ़िया दादी का ख्याल बना रहा ।उठाकर खुदा से हामिद के लिए दुआ करने लगे।
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By Motivational speaker Usman Gani