जीवन निर्वाह कृषि किसे कहते हैं?
उत्तर: -
जीवन यापन हेतु की जाने वाली कृषि जीवन निर्वाह कृषि कहलाती है।
जैसे -चल वासी पशु पालन एक जीवन निर्वाह आर्थिक पद्धति है जिसमें स्थानीय खपत के लिए भोजन वस्त्र आवास तथा जीवन की अन्य सुविधाएं जुटाई जाती है।
खनिज आधारित उद्योग से आप क्या समझते हैं?
उत्तर: -
वैसे उद्योग जो खनिजों पर आधारित होते हैं खनिज आधारित उद्योग कहलाते हैं। उदाहरण स्वरूप लौह अयस्क खनिज आधारित पदार्थ है। इससे लोहा बनाया जाता है।
शुष्क कृषि किसे कहते हैं?
उत्तर: -
शुष्क कृषि आवश्यकता से कम वर्षा वाले भागों में बिना सिम चाहिए कृषि करने की विधि को शुष्क कृषि कहते हैं। इस प्रकार की खेती राजस्थान तथा गुजरात और हरियाणा के कुछ भागों में प्रचलित है। यहां की कृषि पूर्ण रूप से वर्षा पर निर्भर रहती है। शुष्क कृषि प्रदेश 1 वर्ष में एक फसल देने वाले क्षेत्र होते हैं।
कच्चे माल के आधार पर उद्योगों का वर्गीकरण करें?
उत्तर: -
कच्चे माल के आधार पर उद्योगों को 5 वर्ग में बांटा जाता है
- कृषि आधारित उद्योग -जैसे -गन्ना, वस्त्र, जूट, चाय , आदि
- खनिज आधारित उद्योग -जैसे -लोहा, इस्पात, सीमेंट उद्योग, कोयला पेट्रोलियम।
- वन आधारित उद्योग -जैसे -फर्नीचर उद्योग, लाह उद्योग
- पशु आधारित उद्योग -चमड़ा मास दूध ऊन
- रासायन आधारित उद्योग-जैसे+नमक, गंधक, प्लास्टिक आदि
- झारखंड का झरिया कोयला क्षेत्र
- रानीगंज कोयला क्षेत्र
- झारखंड का गिरिडीह कोयला क्षेत्र
- बोकारो कोयला क्षेत्र