छात्र और अनुशासन।।Student and discipline in Hindi।By Md Usman Gani

 



परिचय: -

सृष्टि के रचयिता ने जिस सृष्टि की रचना की है वह इतनी नियम पूर्वक चलती है कि इसके क्षण का परिवर्तन निश्चित समय पर होता है। सूर्य और चंद्रमा का चमकना, दिन और रात का होना, पेड़ पौधे पर फल फूल लगना आदि। यह सब कार्य इतने नियमित और निश्चिंत समय पर होते हैं जिन्हें देखकर आश्चर्य होता है। सृष्टि का समस्त कार्य एक निश्चित नियंत्रण या अनुशासन के अधीन चल रहा है।

अनुशासन का महत्व क्या है: -

अनुशासन हमारी सभ्यता का प्रथम सोपान है। यह हमारे सभी जीवन की आधारशिला है। छात्र जीवन में अनुशासन का विशेष महत्व है। यदि विद्यार्थी को विद्यालय, खेल के मैदान،छात्रावास अपने घर परिवार तथा प्रत्येक सार्वजनिक स्थान पर अनुशासन में रहने का अभ्यास हो जाए तो वह जीवन भर अनुशासित रहेगा। अनुशासन में रहने वाला विद्यार्थी ही देश का सभी नागरिक बन सकता है और वही सुबह को अपने परिवार को तथा स्वदेश को उन्नत बनाने में सहयोग दे सकता है

अनुशासन के अभाव में क्या होता है:-

  आज छात्रों के अनुशासनहीनता देश के लिए एक ज्वलंत समस्या है। विद्यालय महाविद्यालय विश्वविद्यालय में उद्दंडता दिखाना, शिक्षकों का अपमान करना और परीक्षा में नकल करना और कराना, रोकने पर निरीक्षकों को पीटना या उनकी जान ले लेना , बसों रेलवे बिना टिकट यात्रा करना। छात्राओं के साथ छेड़खानी करना उनकी अनुशासनहीनता के नमूने हैं। देश में वर्तमान शिक्षा व्यवस्था अत्यंत खराब है । छात्र को अपना भविष्य अंधकार में दिखाई देता है। फल स्वरूप व हिंसा और तोड़फोड़ पर उतारू हो जाता है।

अनुशासन का मार्गदर्शन:-

हमारे देश में प्रजातंत्र शासन व्यवस्था है, जिसमें सत्ता प्रजा के हाथों में होती है, उसे ही राष्ट्र निर्माण के लिए भाभी नीतियों का निर्धारण करना है। इसके लिए अनिवार्य है कि आज का विद्यार्थी अनुशासित होकर आगे बढ़े ताकि उनमें सच्चरित्र आता धैर्य साहस उत्साह विश्वास तथा कर्तव्य प्राण नेता की भावना जागे।

प्रजातंत्र की सफलता के लिए जनता में उच्च स्तर का अनुशासन होना जरूरी है। अतः विद्यार्थी जीवन में ही व्यक्ति में उसकी न्यू पर जाना जरूरी है। छात्रों में इस अनुशासन की स्थापना कब है या कठोर दंड व्यवस्था से नहीं अपितु उनके हृदय में सोए हुए सद्विचार को जगा कर की जा सकती है।

उप संहार: -

अनुशासन जीवन को इतना आदर्श बना देता है कि अनुशासित व्यक्ति दूसरे की अपेक्षा कुछ विशिष्ट दिखाई पड़ता है। उनका उठना बैठना बोलना व्यवहार करना आदि प्रतिक्रिया में एक विशेष व्यवस्था या नियम की झलक मिलती है।

अनुशासन की न्यू पर ही सफलता का विशाल महल बन सकता है। अनुशासित होकर ही जीवन में सुख शांति और ऐश्वर्या की उपलब्धि प्राप्त की जा सकती है। हमें स्मरण रहे कि अनुशासन के बिना हमारा जीवन अव्यवस्थित हो जाएगा।

हेलो दोस्तों आशा करता हूं कि आज का कुछ बहुत अच्छा लगा होगा। अच्छा लगा है तो इसे जरूर शेयर करें और पोस्ट पढ़ने के लिए आपको तहे दिल से शुक्रिया।

Post a Comment

Previous Post Next Post