अक्टूबर क्रांति से आप क्या समझते हैं?
उत्तर: -
1917 में रूस में जो क्रांति हुई उसे अक्टूबर क्रांति अथवा बोल्शेविक क्रांति के नाम से जाना जाता है। यद्यपि यह कांति 7 नवंबर 1917 को हुई थी परंतु पुराने रूसी कैलेंडर के अनुसार वह दिन 25 अक्टूबर 1917 था इसीलिए बोल्शेविक क्रांति अक्टूबर क्रांति भी कहलाती है।
वियना कांग्रेस सम्मेलन में फ्रांस ने किस राज्य वंश की पुनर्स्थापना की गई?
उत्तर: -
वियना कांग्रेस 1815 द्वारा फ्रांस में बूर्बो राजवंश की स्थापना की गई
मेटरनिख युग क्या है?
उत्तर:-
मेटरनिख ऑस्ट्रेलिया का चांसलर था। वियना कांग्रेस सम्मेलन के द्वारा यूरोप में नेपोलियन युग का अंत हुआ और मेटरनिख युग की शुरुआत हुई। मेटरनिख घर प्रतिक्रियावादी तथा राष्ट्रवाद एवं गणतंत्र का विरोधी था 1848 की क्रांति के द्वारा मेटरनिख युग की समाप्ति हो गई।
लौह एवं रक्त की नीति क्या थी?
उत्तर:-
लौह एवं रक्त की नीति का प्रतिपादन बिस्मार्क ने किया था। इस नीति के अनुसार सैन्य शक्ति की सहायता से पूरे जर्मन प्रदेश का एकीकरण करना था।
राष्ट्रवाद क्या है?
उत्तर:-
सामान्य अर्थों में राष्ट्रवाद का अर्थ अपने राष्ट्र के प्रति सोच और लगाओ की भावना का विकास करना है। दूसरे अर्थों में राष्ट्रवाद एक ऐसी भावना है जो किसी विशेष भौगोलिक, सांस्कृतिक व सामाजिक परिवेश में रहने वाले लोगों में एकता की वाहक बनती है।
बिस्मार्क के कार्यो की चर्चा करें?
उत्तर:-
जर्मनी के एकीकरण में बिस्मार्क की महत्वपूर्ण भूमिका थी। वह विख्यात राष्ट्रवादी और कूटनीतिज्ञ थे। फ्रैंकफर्ट संसद में उस ने भाग लिया। वे रूस और फ्रांस में राजदूत भी रहे। 1862 मे प्रशा का चांसलर बना। सर्वप्रथम विश्व मार्क ने प्रसाद के आर्थिक और सैनिक शक्ति सुदृढ़ की। तत्पश्चात उसने डेनमार्क ऑस्ट्रेलिया तथा फ्रांस को पराजित कर जर्मनी का एकीकरण किया है।
1830 की जुलाई क्रांति का फ्रांस पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर:-
1830 की जुलाई क्रांति के परिणाम स्वरुप फ्रांस में निरंकुश राजशाही का स्थान संवैधानिक गणतंत्र ने ले लिया। इस क्रांति ने फ्रांसीसी क्रांति के सिद्धांतों को पूर्णा जीवित किया तथा फ्रांस में उदारवादी मध्यम वर्ग का राजनीतिक महत्व बढ गया
समाजवाद क्या है?
उत्तर:-
समाजवाद एक ऐसी विचारधारा है जिसने आधुनिक काल में समाज को एक नया आयाम दिया। समाजवाद उत्पादन में मुख्यता निजी स्वामित्व की जगह सामूहिक स्वामित्व या धन के समान वितरण पर जोड़ देता है। यह एक सोशल उन्मुक्त समाज की अस्थापना चाहता है ।
पूंजीवाद क्या है?
उत्तर:-
पूंजीवाद एक ऐसी व्यवस्था है जिसमें उत्पादन के सभी साधनों कारखानों तथा विपणन में पूंजी पतियों का एकाधिकार होता है। ऐसी व्यवस्था में बड़े पैमाने पर उत्पादन पूंजीपति अपने निजी स्वार्थ के लिए करते हैं पूंजीवाद कहलाते हैं।
सर्वहारा वर्ग किसे कहते हैं?
उत्तर:-
सर्वहारा वर्ग समाज का वैसा वर्ग है जिसमें किसान मजदूर एवं आम गरीब लोग शामिल होते हैं। मार्क्स के अनुसार सर्वहारा वर्ग मजदूरों तथा श्रमिकों का वर्ग था जो सुविधा विहीन वर्ग था जिसे कोई अधिकार प्राप्त नहीं था यह पूजी पतियों के द्वारा शोषित तथा उपेक्षित वर्ग था।
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