अर्थशास्त्र एवं इसके विकास का इतिहास (Class 10th)

 

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दोस्तों आज के आर्टिकल में मैं आपको बताने वाला हूं कि आप 2024 के बोर्ड परीक्षा मैं किस तरह से सफल हो सकते हैं यहां पर आपके साथ कुछ tips सजा कर रहा हूं जिससे आप सीख करके बड़े ही अच्छे तरीके से अपने परीक्षा को सफल बना सकते हैं दोस्तों एग्जाम पैर में लिखना बहुत महत्वपूर्ण है काफी सारे बच्चे यह गलती करते हैं की अच्छे तरीके से वह क्वेश्चन को समझते नहीं है और लिखने के दौरान गलती करते हैं वह गलती आपको कभी नहीं करनी चाहिए


बिना क्वेश्चन को समझे ना लिखें


क्वेश्चन को अच्छे से समझ कर ही लिखें


आंसर लिखते समय सावधानी बरते


आंसर साफ-साफ लिखो


 बिना समझे कभी नहीं लिखना चाहिए


नीचे आपको कुछ क्वेश्चन दिए जा रहे हैं और उसके आंसर भी दिए जा रहे हैं आप उसे याद कर ले और उसी तरह से लिखने का प्रयत्न करें कोशिश यह करें कि आप अच्छे से अच्छे लिखे और अच्छे से अच्छे मार्क्स लाए यह मेरा सपना है


सकल घरेलू उत्पादन से आप क्या समझते हैं?

उत्तर:-

सकल घरेलू उत्पादन से तात्पर्य किसी देश में किसी दिए गए वर्ष में वस्तुओं और सेवाओं के कुल उत्पादित मात्रा है। उदाहरण के लिए वर्ष 2009 से 10 में यदि खद्दान से 40 लाख करोड रुपए एवं अन्य सेवाओं से प्राप्त लाभ 60 लाख करोड़ है तो यह सकल घरेलू उत्पाद है।

अर्थशास्त्र की रचना के विभिन्न भागों की विवेचना कीजिए

उत्तर:-

अर्थशास्त्र की रचना का मतलब विभिन्न उत्पादन क्षेत्र में इसके विभाग से है। इसके संरचना को तीन भागों में बांटा गया है।

(i) प्राथमिक क्षेत्र -प्राथमिक क्षेत्र को कृषि क्षेत्र कहा जाता है। जैसे कृषि पशुपालन मछली पालन इत्यादि।

(ii) द्वितीयक क्षेत्र-इस औद्योगिक क्षेत्र भी कहा जाता है। जैसे खनिज व्यवसाय निर्माण कार्य जन उपयोगी सेवाएं इत्यादि।

(iii) तृतीयक क्षेत्र-इस सेवा क्षेत्र भी कहा जाता है। जैसे बैंक एवं बीमा परिवहन संचार एवं व्यापार आदि क्रियाएं सम्मिलित होते हैं।

राष्ट्रीय आय की गणना में होने वाली कठिनाइयों का वर्णन करें?

उत्तर:-

राष्ट्रीय आय की गणना में निम्नलिखित कठिनाइयां होती है।

आंकड़ों को एकत्र करने में कठिनाई, दोहरी गाना की संभावना, मूल्य के मापन में कठिनाई आदि।

आय से आप क्या समझते हैं?

उत्तर:-

किसी भी प्रकार का शारीरिक अथवा मानसिक कार्य करने के फल स्वरुप किसी व्यक्ति को जो पारिश्रमिक मिलता है तो यह पारिश्रमिक उसे व्यक्ति का आई कहलाता है उदाहरण के लिए कोई प्रोफेसर यदि वर्ग में बच्चों को पड़ता है तो उसके बदले उसे मासिक वेतन मिलता है यह वेतन ही आय हैं

वस्तु विनिमय क्या है?

उत्तर:-

 वस्तु विनिमय प्रणाली के तहत जरूरत की वस्तुओं के बदले में वास्तु ही प्राप्त की जाती है किसी एक वस्तु का इच्छित वस्तु के साथ बगैर मुद्रा के प्रत्यक्ष रूप से लेनदेन वस्तु विनिमय प्रणाली है। जैसे चावल धान गेहूं से नमक तेल या जरूरत के अन्य सामान यहां तक की कपड़ों को भी प्राप्त किया जाता है। काफी पहले से प्रचलित यह प्रणाली अभी देहातों में मौजूद है।

मौद्रिक प्रणाली क्या है?

उत्तर:-

मौद्रिक प्रणाली में आवश्यक वस्तु की प्राप्ति में वस्तु की जगह मुद्रा ने स्थान ले लिया। अर्थात विनिमय में एक पक्ष के पास मुद्रा जरूर रहता है वास्तु के बदले मुद्रा देना तथा अनेक कई कार्य मुद्रा विनिमय के आधार पर आसानी से संपन्न हो जाता है। मुद्रा प्रणाली द्वारा भविष्य में भुगतान मूल्य स्थानांतरण मूल्य संचय तथा दोहरी संयोग की समस्या का समाधान हो गया।

क्रेडिट कार्ड क्या है?

उत्तर:-

क्रेडिट कार्ड एक प्लास्टिक मुद्रा है। क्रेडिट कार्ड जिस व्यक्ति को बैंक निर्गत करती है, बैंक उसकी वित्तीय स्थिति को देखते हैं। वित्तीय स्थिति के आधार पर बैंक साख की राशि का निर्धारण उसे व्यक्ति के लिए कर देती है। क्रेडिट कार्ड धारी निर्धारित साख की राशि के अंतर्गत वस्तुओं और सेवाओं को खरीद करता है। इसका भुगतान इसे निश्चित रूप में करना होता है।

मुद्रा की परिभाषा दें?

उत्तर:-

मुद्रा वह वस्तु है जिसे वैधानिकता प्राप्त है तथा स्वतंत्र रूप से प्रचलित होती है। यह विनिमय का माध्यम मूल्य के समान मापन रन के भुगतान का मापदंड तथा संचय के साधन के रूप में कार्य करती है।

साख मुद्रा किसे कहते हैं?

उत्तर:-

 साख पत्र से तात्पर्य उन साधनों से हैं जिनका उपयोग साख मुद्रा के रूप में किया जाता है। साख पत्र के आधार पर सक या रन का आदान-प्रदान होता है जैसे चेक ड्राफ्ट आदि

मुद्रा के दो लाभों को लिखें?

उत्तर:-

मुद्रा के दो लाभों में धारक मुद्रा से अपनी इच्छा अनुसार वस्तु खरीद सकता है तथा उत्पादक मुद्रा से कच्चे

 माल को आसानी से खरीद सकता है।


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