Non hindi class 10th bihar board Exam अहिंदी

 

Non hindi class 10th bihar board Exam अहिंदी
Non Hindi 

दोस्तों आज के आर्टिकल में मैं आपको बताने वाला हूं कि आप 2024 के बोर्ड परीक्षा मैं किस तरह से सफल हो सकते हैं यहां पर आपके साथ कुछ tips सजा कर रहा हूं जिससे आप सीख करके बड़े ही अच्छे तरीके से अपने परीक्षा को सफल बना सकते हैं दोस्तों एग्जाम पैर में लिखना बहुत महत्वपूर्ण है काफी सारे बच्चे यह गलती करते हैं की अच्छे तरीके से वह क्वेश्चन को समझते नहीं है और लिखने के दौरान गलती करते हैं वह गलती आपको कभी नहीं करनी चाहिए


बिना क्वेश्चन को समझे ना लिखें


क्वेश्चन को अच्छे से समझ कर ही लिखें


आंसर लिखते समय सावधानी बरते


आंसर साफ-साफ लिखो


 बिना समझे कभी नहीं लिखना चाहिए


नीचे आपको कुछ क्वेश्चन दिए जा रहे हैं और उसके आंसर भी दिए जा रहे हैं आप उसे याद कर ले और उसी तरह से लिखने का प्रयत्न करें कोशिश यह करें कि आप अच्छे से अच्छे लिखे और अच्छे से अच्छे मार्क्स लाए यह मेरा सपना है

लेखक को बीमार पड़ने की इच्छा क्यों हुई?

उत्तर: -

 लेखक   बनारसी जी कभी बीमार नहीं पढ़ते थे। शरीर भी स्वस्थ दिखाई पड़ता था। लेकिन उनकी इच्छा थी कि मैं बीमार पढ़ो तो मजा आएगा। हटले बिस्किट खाने को मिलेगा। पत्नी अपने कोमल हाथ से सिर पर तेल मिलेगी। मित्रगण आएंगे मेरे सामने रोनी सूरत बनाकर बैठेंगे या गंभीर मुद्रा में पूछेंगे बनारसी  जी कैसी तबीयत है, किससे इलाज करवा रहे हैं कुछ फायदा हो रहा है इत्यादि। इस समय लेखक को बड़ा मजा आता है इसीलिए वह बीमार पड़ने की इच्छा करते थे.

गुरु के यहां किस बात की याद श्री कृष्ण सुदामा को दिलाई?

उत्तर: -

बचपन में जब दोनों मित्र संदीपन मुनि के आश्रम में रहते थे तो आश्रम के लिए लकड़ी जुटने के लिए दोनों मित्र जंगल में गए थे। गुरु माता ने गुरु और चना सुदामा की पोटली में बांध दी थी की भूख लगे तो खा लेना। लेकिन सुदामा भूख लगने पर चुपके से स्वय ही खा गए थे। इसी बात की याद श्री कृष्ण ने सुदामा को द्वारिका में दिलाए

अपने गांव वापस आने पर सुदामा को क्यों भरम हो गया?

उत्तर: -

 जब सुदामा द्वारिका से वापस अपने गांव आते हैं तो अपनी झोपड़ी की जगह द्वारिका जैसा ही महल देखकर भ्रमित हो गए।

खेमा कसारा के होटल पर काम क्यों करता था?

उत्तर:-.

 खेमा एक गरीब बाप का बेटा था। आप अपने चार बच्चे को भरण पोषण करने के भर से बचने के लिए सबको बेच लिया था। खेमा को कसारा ने खरीद लिया था। इसीलिए खेमा  कसारा के होटल में काम करता था।

अपने पैरों पर पानी गिराने से खेमा को क्यों तसल्ली मिलती थी?

उत्तर:-

 मेरे पैर जलते हैं। चप्पल लदो काका। यह कहते हुए खेमा ने जब चप्पल की मांग किया तो कसारा ने जवाब देते हुए कहा अभी रख दूंगा चप्पल सर पर चल अपना काम कर बड़ा आया चप्पल पहनने वाला।

अपने आप को कर्मवीर साबित कैसे कर सकते हैं?

उत्तर:-

हमें अपने को कर्मवीर साबित करने के लिए कर्तव्यनिष्ठ बना होगा। समय का महत्व हमें देना होगा। परिश्रमी बनना पड़ेगा तथा आलस्य को त्यागना होगा। मन वचन और कर्म से एक रहना होगा। उपरोक्त कर्मवीर के गुना को अपने में उतर कर हम अपने को कर्मवीर साबित कर सकते हैं।

व्याख्या कीजिए

जिंदगी हो मेरी परवाने की सूरत या रब। इल्म की शम्मा से हो मुझको मोहब्बत या रब?

उत्तर:-

प्रस्तुत नजम हमारे पाठ्य पुस्तक किसने भाग 3 के बच्चे की दुआ पाठ से लिया गया है जिसके गायक है मोहम्मद इकबाल

  इस नजर में बच्चे भगवान से प्रार्थना करते हैं कि हे ईश्वर मेरी जिंदगी परोपकार के लिए हो। शिक्षा प्राप्ति से मुझे मोहब्बत हो।

हो मेरे दम से यूं ही मेरे वतन की जीनत जिस तरह फूल से होती है चमन की जीनत?

उत्तर:-

प्रस्तुत नज्में हमारे पाठ्य पुस्तक किसने भाग तीन के बच्चे की दुआ पाठ से लिया गया है। यह पाठ मोहम्मद इकबाल की रचना है।

इस ने में कहा गया है कि है प्रभु मैं अपने बल पर दुनिया की शोभा बढ़ा दूं। जैसे फूल से फुलवारी की शोभा बढ़ जाती है।


Post a Comment

Previous Post Next Post