Claas 10Th History subjective questions and Answers chapter 2। समाजवाद एवं साम्यवाद।samazwad and samead.chapter2. History class 10th

 

Claas 10Th History subjective questions and Answers chapter 2। समाजवाद एवं साम्यवाद।samazwad and samead.chapter2. History class 10th
History Class 10th 

Claas 10Th History subjective questions and Answers chapter 2। समाजवाद एवं साम्यवाद।samazwad and samead.chapter2. History class 10th 

दोस्तों Ganibhai.in मैं आपका स्वागत है। अगर आप बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो हमारे इस साइट पर बड़े ही अच्छे तरीके से तैयारी कर सकते हैं हम आपको प्रोवाइड करते हैं कई प्रकार के क्वेश्चन आंसर जो आपके एग्जाम के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है। तो आप इस साइट पर आकर रोजाना पढ़ सकते हैं।

            समाजवाद एवं साम्यवाद

1. नई आर्थिक नीति मार्क्सवादी सिद्धांतों के साथ समझौता थी। कैसे?

उत्तर:- 

नई आर्थिक नीति में कुछ बातें ऐसी थी जो समाजवाद से दूर तथा पूंजीवाद के निकट थी जैसे (i) किसान अपने अधिवेश उत्पादन का मनचाहा इस्तेमाल कर सकता था (ii) केवल सिद्धांत जमीन राज्य की थी। किसान की हो गई। (iii) 20 से कम कर्मचारी वाले उद्योगों को व्यक्तिगत रूप से चलने का अधिकार मिल गया (iv) उद्योगों का विकेंद्रीकरण कर दिया गया तथा निर्णय और क्रियावाने के बारे में काफी छूट दी गई (v) विदेशी पूंजी भी सीमित तौर पर आमंत्रित की गई (vi) व्यक्तिगत संपत्ति को मान्यता मिली ।

आता नहीं मार्क्सवादी आर्थिक नीति मिश्रित अर्थव्यवस्था पर आधारित थी।

2 रूसी क्रांति के किन्हीं दो कर्म का वर्णन करें?

उत्तर:-

रूसी क्रांति के दो महत्वपूर्ण कारण निम्नलिखित थे

(i) यर की निरंकुशता एवं अयोग्य शासन -याद आती 19वीं साड़ी के मध्य में राजतंत्र की शक्ति सीमित की जा चुकी थी। ऋषि राजतंत्र अपना विशेषाधिकार छोड़ने को तैयार नहीं था। जार निकोलस द्वितीय राजा के देवी अधिकारों में विश्वास रखता था। यर की अवसर शाही और नेतृत्व कुशल थी। गलत सलाहकारों के कारण यर की शुभेच्छा चरित बढ़ती गई और जनता की स्थिति बाद से बदतर हो गई।

(ii) कृषक के रूप में मजदूरों की दयनीय स्थिति -रूस की बहु संख्यक जनता कृषक थी जो अपने छोटे-छोटे खेत पर पुराने ढंग से खेती करती थी धन्य आर्थिक स्थिति में वह भी करो के बोझ से दबे हुए थे। मजदूरों को कम मजदूरी में अधिक काम करना होता था। अपनी मांगों के समर्थन में हुए हड़ताल भी नहीं कर सकते थे। उन्हें कोई राजनीतिक अधिकार प्राप्त नहीं था। इस प्रकार रूसी जनता की बदहाली की क्रांति का मुख्य कारण थी।

3. खूनी रविवार क्या है?

उत्तर:-

1905 ई के रूस जापान युद्ध में रस एशिया के एक छोटे से देश जापान से पराजित हो गया। पराजय के अपमान के कारण जनता ने क्रांति कर दी। 9 जनवरी 1905 ईस्वी में लोगों का समूह प्रदर्शन करते हुए सेंट पीटर्सबर्ग स्थित महल की ओर जा रहा था। यर की सेवा ने इन निहत्थे लोगों पर गोलियां बरसाई जिसमें हजारों लोग मारे गए। यह घटना रविवार के दिन हुई अत इस खूनी रविवार के नाम से जाना जाता है।

4. पूंजीवाद क्या है?

उत्तर -

पूंजीवाद ऐसी राजनीतिक आर्थिक व्यवस्था है जिसमें निजी संपत्ति तथा निजी लाभ की अवधारणा को मान्यता दी जाती है। यह सार्वजनिक क्षेत्र में विस्तार एवं आर्थिक गतिविधियों में सरकारी हस्तक्षेप का विरोध करती है।

5. अक्टूबर क्रांति क्या है?

उत्तर:-

7 नवंबर 1917 ईस्वी में बोल सभी को ने पेट्रोल गार्ड के रेलवे स्टेशन बैंक डाकघर टेलीफोन केंद्र कचहरी तथा अन्य सरकारी भवनों पर अधिकार कर लिया। करेंस्की भाग गया और शासन की बागडोर बोल सभी को के हाथ में आ गई जिसका अध्यक्ष लेनिन को बनाया गया। इसी क्रांति को बोल सभी क्रांति या नवंबर क्रांति कहते हैं। इस अक्टूबर क्रांति भी कहा जाता है क्योंकि पुराने कैलेंडर के अनुसार यह 25 अक्टूबर 1917 की घटना थी।

6. सर्वहारा वर्ग किसे कहते हैं?

उत्तर:-

समाज का वह लाचार वर्ग जिसमें गरीब किसान कृषक मजदूर सामान्य मजदूर श्रमिक एवं आम गरीब लोग शामिल हो उसे सर्वहारा वर्ग कहते हैं। इस वर्ग के लोगों के पास बुनियादी चीज भी उपलब्ध नहीं होती। घनी वर्ग इसी वर्ग को उपेक्षित नजरों से देखते।

7. क्रांति से पूर्व रूसी किसानों की स्थिति कैसी थी?

उत्तर:-

क्रांति से पूर्व कृषकों की स्थिति अत्यंत दयनीय थी। वह अपने छोटे-छोटे खेतों में पुराने ढंग से खेती करते थे। उनके पास पूंजी का अभाव था। वह करो के बोझ से दबे थे। समस्त कृषक जनसंख्या का एक तिहाई भाग भूमिहीन था। उनकी स्थिति अर्थ दसों जैसी थी।

8.शीत युद्ध से आपका क्या अभिप्राय है?

उत्तर:-

शीत युद्ध प्रत्यक्ष युद्ध न होकर वॉक बंद द्वारा एक दूसरे राष्ट्र को नीचा दिखाने का वातावरण है। द्वितीय विश्व युद्ध के पश्चात पूंजीवादी राष्ट्र और रूस के बीच इसी प्रकार का शीत युद्ध चला रहा।


Post a Comment

Previous Post Next Post