महापुरुषों की जीवनी इन हिंदी।mahapurushon ki jivani in hindi।

 

महापुरुषों की जीवनी इन हिंदी।mahapurushon ki jivani in hindi।
Biography 

महापुरुषों की जीवनी इन हिंदीmahapurushon ki jivani in hindi।mahatma gandhi ki jivani hindi mein


निम्नलिखित महापुरुषों के बारे में बताइए

1 नेताजी सुभाष चंद्र बोस: -वह एक महान देशभक्त तथा क्रांतिकारी पुरुष थे। उन्होंने राष्ट्रीय आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई । 1943 में जापान भाग कर आजाद हिंद फौज का पुनर्गठन कर आजाद हिंद सरकार की स्थापना की थी। इस फौजी ने अंग्रेजी सेवा के छक्के छुड़ा दिए थे। उनकी मृत्यु पर विवाद है। संवता 1945 ईस्वी में एक हवाई दुर्घटना में उनकी मृत्यु हुई थी।

2 वीर कुंवर सिंह:-इनका जन्म बिहार के आरा जिला स्थित जगदीशपुर ग्राम में हुआ था। उन्होंने 1857 ई की क्रांति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने दानापुर की क्रांतिकारी सेवा का नेतृत्व किया था तथा कुछ समय के लिए आरा जिला में अंग्रेजी राज्य को समाप्त कर दिया था । आर पर पुणे अधिकार करने हेतु हुए पुणे बड़े तथा रास्ते में अंग्रेजी सी को प्रशस्त किया। गंगा पार करते समय उनके बा में एक गोली लग गई तब उन्होंने एक बार काटकर गंगा को अर्पित कर दिया। 22 April 1858 को उन्होंने पुणे जगदीशपुर पर अधिकार कर लिया। लेकिन 24 घंटे बाद ही अंग्रेजी सी वहां पहुंच गई। तीन दिनों तक युद्ध करते रहने के बाद वे स्वर्ग सुधर गए। वह महान देशभक्त थे।

3 गोपाल कृष्ण गोखले: - गोखले को भारतीय राजनीति के महान उदारवादी नेता, व्यवहारिक आदर्शवादी उधर बुद्धिजीवी तथा राजनीतिक गुरु माना जाता है। वह 1902 ईस्वी में राजकीय विधायिका परिषद के सदस्य नियुक्त हुए थे जहां कर्जन की प्रतिगामी नीति का डटकर विरोध किया था। 1905 ईस्वी में कांग्रेस के अध्यक्ष बने। 1912 ईस्वी में हुए दक्षिण अफ्रीका गए वहां रंगभेद नीति के विरुद्ध गांधी जी का साथ दिया था। गांधी जी ने उन्हें अपना राजनीतिक गुरु माना था। गोखले अंग्रेजों की न्याय प्रियता में विश्वास करते थे। उन्होंने सुधारो की एक योजना तैयार की थी जो गोखले की राजनीतिक वसीयतनामा के नाम से प्रकाशित हुआ। वह एक सच्चे देशभक्त थे तथा मातृभूमि की सेवा उनके जीवन का प्रथम लक्ष्य था।

4 दादाभाई नौरोजी: -दादा भाई नौरोजी का नाम भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के शीर्षक कल के नेताओं में सर्वप्रथम है उन्हें प्यार तथा सदर से भारत का ओजस्वी पितामह कहा जाता है। उन्होंने 1886 1893 तथा 1906 में कांग्रेस के सभापति का आसन ग्रहण किया था। वह एक उदारवादी नेता थे। उन्होंने देश के राजनीतिक उन्नति शिक्षा एवं समाज सुधार हेतु कोई संस्थाएं खोली थी। वह पाश्चात्य सभ्यता एवं संस्कृति के प्रशंसक थे उन्हें अंग्रेजों की न्याय प्रियता में विश्वास था। दिल के नेतृत्व में कांग्रेस ने उदारवादी युग में प्रदापन किया तथा सुबह देसी आंदोलन बहिष्कार आंदोलन आदि कई क्रांतिकारी कार्यक्रमों को अपनाया। वे पहले भारतीय थे जिन्होंने ब्रिटिश लोकसभा का सदस्य चुना गया था।

5 महात्मा गांधी: -महात्मा गांधी जी ने हम बापू या राष्ट्रपिता के नाम से भी पुकारते हैं का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। इनका नाम मोहनदास करमचंद गांधी था। इन्होंने राष्ट्रीय आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लेकर असहयोग आंदोलन सविनय अवज्ञा आंदोलन भारत छोड़ो आंदोलन आदि का नेतृत्व किया था तथा भारत को आजादी दिलाई। सत्य तथा अहिंसा इनके अस्त्र थे। 30 जनवरी 1948 का इनका निधन हो गया।

6. सरदार वल्लभभाई पटेल: -वह भारत के लोह पुरुष के नाम से विख्यात है। इनका जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के कर्मसंद गांव में हुआ था। गांधी युग के वे उच्च कोटि के राष्ट्रवादी नेता थे। राष्ट्रीय आंदोलन में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाईथी। जनता ने उन्हें सरदार की उपाधि से विभूषित किया था। वह 1946 ईस्वी में अंतिम सरकार के प्रधानमंत्री बने थे। वे स्वतंत्र भारत के प्रथम गृह मंत्री बने तथा लगभग 500 देसी रियासतों का भारत में विलय किया। 1950 में उसकी मृत्यु 

हो गई।

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