हां तो दोस्तों स्वागत है आपका आज के नए आर्टिकल में तो दोस्तों आज के आर्टिकल में मैं आपको बताने वाला हूं। निबंध जो कि आपका एग्जाम में आता ही आता है और हिंदी की तैयारी में आप इसे ऐड कर सकते हैं। आज का मेरा टॉपिक बहुत ही लाजवाब है क्योंकि इस आर्टिकल को मैंने काफी रिसर्च के बाद लिखा है और यह एग्जाम में बार-बार पूछा भी गया है तो आज क्या मेरा टॉपिक है बाल मजदूरी
बाल मजदूरी
भूमिका:– बाल मजदूरी एक विकेट राष्ट्रीय समस्या है। यह बाल शोषण और सुरक्षा से जुड़ी गंभीर समस्या है। आज भारत में बच्चों के समग्र विकास हेतु बाल सुरक्षा अधिनियम लागू है। सुप्रीम कोर्ट के साथ हिदायत है कि बच्चों के शोषण और उत्पीड़न एक सामाजिक अपराध है। लगभग 14 वर्ष तक के सभी बच्चों को निशुल्क शिक्षा सुरक्षा और शोषण मुक्त जीवन राज्य के नैतिक जिम्मेदारी बनती है।
कारण:
–बाल मजदूरी का प्रधान कारण और शिक्षा और गरीबी है। अशिक्षित परिवार के लोग बच्चों को पटाने की जगह चाय के दुकान पर बड़े-बड़े रेस्टोरेंट में बड़ी-बड़ी जहरीली गैस गोदाम में अथवा फैक्ट्री में काम पर भेज देते हैं। वहां उनका रात दिन शारीरिक एवं आर्थिक शोषण किया जाता है। जो बच्चे राष्ट्र के भविष्य है यह बाल शोषण मानव अधिकार आयोग के नियमों के खिलाफ गैर जरूरी बाल मजदूरी है। हमें इसे अभिलंब रोकना चाहिए।
लाभ हानि:–
बाल मजदूरी का अर्थ है कि 14 साल तक के किसी बच्चे को बका कर अल्प वेतन देकर काम लेना बाल मजदूरी है। इस क्षण को डांडिया अपराध माना गया है। बाल मजदूरी के कारण बच्चे अशिक्षित असुरक्षित और उत्प्रेरित होते हैं। अक्सर गरीब अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल में भेजने की जगह होटल ढाबों फुटपाथ की दुकानों में भेज देते हैं, जहां उनका आर्थिक शोषण होता है। जिन बच्चों के हाथ में स्लेट होना चाहिए उन बच्चों के हाथ में प्लेट होता है। बाल मजदूरी को रोकने के लिए सख्त कानून बनाने की जरूरत है। केवल कानून बना देने मात्र से सरकार बच नहीं सकती इसके लिए गरीबी वह बेरोजगारी को दूर करने की जरूरत है।
निष्कर्ष
बच्चों को स्कूल भेज कर उन्हें निशुल्क शिक्षा की सुविधा देकर ही हम बाल मजदूरी को कम कर सकते हैं। इसके लिए बोल जागरूकता एवं शोषण मुक्त सामाजिक व्यवस्था लानी होगी। तब जाकर हमारा समाज बाल मजदूरी से मुक्ति पाएगा नहीं तो यह बाल मजदूरी नहीं रुकने वाला इसे रोकने के लिए शिक्षा के महत्व को जानना होगा। लोगों को शिक्षित करना होगा। aur logon Ko motivation ki bhi jarur
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