प्रकाश क्या है?
उत्तर:–प्रकाश वह कारक है जिसकी सहायता से हम कोई वस्तु को देखते हैं। वास्तव में प्रकाश जब वस्तु से टकराकर हमारी आंखों तक पहुंचता है तभी हम वस्तुओं को देख पाते हैं।
प्रकाश स्रोतों को लिखें
उत्तर:–जिस वस्तु से प्रकाश निकलता है उसे प्रकाश स्रोत कहा जाता है।
जैसे:–सूर्य, बल्ब, टॉर्च, लाइटर, माचिस इत्यादि
पारदर्शी पदार्थ क्या है?
उत्तर:–वे पदार्थ जिसे होकर प्रकाश आसानी से पार कर जाता है उसे पारदर्शी पदार्थ कहते हैं
जैसे:–वायु, जल कांच आदि
पारभासी पदार्थ क्या है?
उत्तर:–वह पदार्थ जो उन पर पड़ने वाले प्रकाश को एक छोटे से भाग को ही अपने से जाने देते हैं परिभासी पदार्थ कहलाते हैं
जैसे:–घिसा हुआ कांच, तेल लगा कागज, बैलून का रबड़, बादल, कुहासा आदि
हम बहुत निकट से पढ़ने में कठिनाई क्यों अनुभव करते हैं?
उत्तर:–नेत्र लेंस अपनी क्षमता और गुना के कारण फोकस दूरी को कुछ सीमा तक बढ़ता है पर एक निश्चित सीमा से नीचे तक फोकस दूरी को यह नहीं बदल सकता। यदि कोई वस्तु आंख के बहुत निकट हो तो इसमें इतना परिवर्तन नहीं होता कि उसे ठीक देखने में सहायता दे। इसीलिए हमें बहुत निकट से पढ़ने में कठिनाई अनुभव होती है। ऐसा करने से आंखों पर प्रभाव पड़ता है और धुंधला दिखाई देता है।
वृद्धो को पढ़ने के लिए प्राय चश्मा लगाना पड़ता है क्यों
उत्तर:–लगभग 60 वर्ष की आयु में दृष्टि का निकट बिंदु 200 सेमी हो जाता है। युवा अवस्था में सामान्य दृष्टि की सीमा 25 सेंटीमीटर है। ऐसा होने से पढ़ने में कठिनाई होती है और उत्तल लेंस का चश्मा लगाना पड़ता है।
तारे क्यों टिमटिमाते हैं?
उत्तर:–हवा की विभिन्न परतों में तापमान अलग-अलग होता है। इस कारण उसका घनत्व भी काम होता है। इसीलिए तारों से आता प्रकाश इन वायु परतों मैं विभिन्न मात्रा में आवर्तित होता रहता है। अतः इस कारण तारे हमारे नेत्रों में टिमटिमाते प्रतीत होते हैं ।
तारे और ग्रहण में अंतर स्पष्ट करें
उत्तर:–तारे और ग्रहण में अंतर इस प्रकार हैं
(I)तारे पृथ्वी से बहुत अधिक दूरी पर स्थित है, इसीलिए छोटे दिखाई पड़ते हैं
(ii) वायुमंडलीय अपवर्तन के कारण तारों से निकलने वाली प्रकाश की तीव्रता घटती एवं बढ़ती रहती है, इस कारण तारे टिमटिमाते नजर आते हैं।
ग्रह:–तारे की तुलना में ग्रह पृथ्वी के काफी नजदीक है। इसलिए तारों की अपेक्षा ग्रह बाद दिखाई पड़ता है। ग्रहों से प्राप्त होने वाली प्रकाश की तीव्रता अधिक होने के कारण कल परावर्तन का औसत मान शून्य हो जाता है इसी कारण गृह टिमटिमाते नहीं है।
मानव नेत्र में इरिस का क्या कार्य है?
पुतली के आकार को छोटा बड़ा कर आंख के अंदर जाने वाले प्रकाश की तीव्रता को कम या अधिक किया जा सकता है।
Q सामान्य नेत्र 25 सेमी से निकट रखी वस्तु को स स्पष्ट क्यों नहीं देख पता है?
उत्तर:–अभिनेत्र लेंस की फोकस दूरी निश्चित न्यूनतम सीमा से काम नहीं हो सकती। इस काम करने के प्रयास में आंखों पर तनाव पर बढ़ता है और वास्तु धुंधली दिखाई पड़ती है। इसीलिए सामान्य नेत्र 25 सेंटीमीटर से निकट रखी वस्तु को स्पष्ट नहीं देख पाती।